दोस्तों आज हम इस पोस्ट मे भारत की सबसे छोटी नदी कौन सी हैं? इसके बारे में जानकारी प्राप्त करने वाले हैं। भारत में कई सारी छोटी बड़ी नदिया हैं। उनमें छोटी, बड़ी नदिया को ज्यादातर किसी भी परीक्षा में पूँछा जाता हैं। पानी यह जीवन हैं और पानी के बिना इंसान प्राणी या किसी भी जीव का जीना असंभव हैं। हमारे पृथ्वी पे लगभग 71 % पानी का हिस्सा हैं। लेकिन यह इंसान के किसी भी काम नहीं आता हैं। सिर्फ 3% पानी ही पीने योग्य या इंसान के काम का हैं।
सृष्टि के शुरुवात से लेकर सभी मानवीय सभ्यता पीने वाले जल के नदियों के पास विकसित होते हुए देखा हैं। पानी की बात करे तो, इनमें नदियों का काफी महत्वपूर्ण योगदान होता हैं। ये नदिया ही पूरे भारत को या विश्व को पानी की Need को पुरा करती हैं। अगर ये नदिया ना होती तो मानव का जीवन या किसी भी जीव का जीना बहुत मुश्किल हो जाता।
ये नदिया ही इस पृथ्वी को नष्ट होने से बचाने में एक महत्वपूर्ण योगदान निभाती हैं। भारत की सभी नदिया बड़ी हो या छोटी सभी का महत्व हैं। खैर छोड़िये हम अपने मुख्य विषय पे आते हैं, की भारत की सबसे से छोटी नदी कौन सी है? आपको भारत की सबसे छोटी नदी के बारे में अच्छे से जानने के लिए इस पोस्ट को अंत तक पढ़ना होगा।
Table of Contents
नदियों के कितने प्रकार होते है?
नदिया तो बहुत ज्यादा हैं, मगर इन नदियों के कुछ प्रकार भी होते हैं। मुख्य रूप से इन नदियों के प्रकार हैं। चलिए जानते हैं-
1) बरसाती नदियां :- यह बरसाती नदिया इसलिए कहा जाता हैं, की ये नदिया सिर्फ बारिश के समय ही बहती हैं, मतलब ये नदिया पूरी तरह से बारिश पर निर्भर होती हैं।
2) सदानीरा नदियां :- सदा का अर्थ होता है, सदैव। इस प्रकार की नदियों मे जल कायम या हर समय रहता हैं, मतलब 12 महिने ये नदिया बहती रहती हैं।
भारत की सबसे छोटी नदी | Bharat Ki Sabse Choti Nadi
हमारे भारत देश की सबसे छोटी नदी का नाम अरवरी नदी है। यह अरवरी नदी भारत के राजस्थान राज्य में है। इस नदी अरवरी यह नाम इस वजह रखा गया हैं, की यह अरवर जिले से बहती हैं। अरवरी नदी की लंबाई 45 किमी है। इस नदी पर काफी सारे छोटे बांध बनाए गए हैं और उनमें सबसे लंबा बांध 244 मीटर लंबा और 7 मीटर चौड़ा था।
कुछ समय बाद इन बांधों की संख्या बढ़कर 300 तक हो गयी। तब जाकर साल 1996 में अरवरी नदी का बहना शुरू कर दिया गया। इससे पहले ये नदी का के बराबर थी, लेकिन 60 साल बाद तरुण भारत संघ ने और 70 से ज्यादा गांव वालों की मदद से साल 1990 में इस नदी को दोबारा पुनर्जीवित किया गया था। उस समय से अरवरी यह नदी गांव वालों के लिए सदाबहार यानी 12 महीनों बहने वाली नदी बन गई है।
अरवरी नदी की कुछ अन्य जानकारी
अरवरी नदी यह हमारे भारत की सबसे छोटी नदी इस वजह से हैं, की इस नदी की लंबाई मात्र 90 किमी हैं और यह नदी राजस्थान के अलवर जिले के 90 किमी के दायरे मे ही प्रवाहित होती हैं।
भारत की कुछ प्रमुख नदिया
हमारे भारत में या पूरे विश्व में नदिया यह एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। यह नदिया बहुत सालों से बहती रही हैं। इनमें कुछ छोटी, कुछ बड़ी नदिया हैं, लेकिन सभी नदिया एक महत्वपूर्ण किरदार निभाती हैं। इसके अलावा हमारे भारत मे कुछ ऐसी नदिया भी हैं, जो कुछ खास या प्रमुख नदिया मानी जाती हैं।
1) ब्रह्मपुत्रा :- इस नदी की लंबाई 3848 किमी है।
2) सिंधु :- सिंधु नदी की लंबाई 3610 किमी हैं।
3) गंगा :- गंगा नदी की लंबाई 2525 किमी है।
4) गोदावरी :- गोदावरी नदी की लंबाई किमी है।
5) कृष्णा :- कृष्णा नदी की लंबाई 1400 किमी है।
Conclusion
दोस्तो आज अपने भारत की सबसे छोटी नदी कौन सी है? इसके बारे में जाना है। इसके अलावा उस नदी की काफी जानकारी के अलावा नदियों की बहुत सी जानकारी जाना है। हमे आशा है, की आपको यह नदी की जानकारी अच्छी लगी होगी। आपको अगर भारत की सबसे छोटी नदी की जानकारी अच्छी लगी है, तो इसे share करे।
भारत की सबसे छोटी नदी (FAQ’s)
1) भारत में कुल नदियों की संख्या कितनी है?
उत्तर: भारत देश में कुल छोटी बड़ी 200 से ज्यादा नदिया है।
2) भारत देश की सबसे स्वच्छ नदी कौन सी है?
उत्तर: भारत की सबसे स्वच्छ का नाम उमनगोत हैं। यह नदी मेघालय में हैं। इस नदी का पानी भारत मे सबसे ज्यादा साफ यानी शीशे से भी साफ माना जाता है।
3) भारत देश की सबसे लंबी नदी कौन सी है?
उत्तर: भारत के सबसे लंबी नदी की लंबाई 3180 हैं और उसका नाम सिंधू नदी हैं।
4) सबसे प्रदूषित नदी कौन सी है?
उत्तर: इंडोनेशिया मे दुनिया की सबसे प्रदूषित नदी हैं और उसका नाम सितारूम नदी है।
5) भारत की सबसे छोटी नदी कौन सी हैं?
उत्तर: भारत की सबसे छोटी नदी का नाम अरवरी हैं।