नाम और डेट ऑफ बर्थ से कुंडली मिलान कैसे करते है | कुंडली मिलान क्या है

“नमस्कार मित्रो ” आज हम इस पोस्ट मे नाम और डेट ऑफ बर्थ से कुंडली मिलान कैसे करते हैं इस बारे मे जानकारी प्राप्त करने वाले हैं।

भारतीय संस्कृति मे कुंडली को काफी महत्व दिया जाता है जन्म से लेकर मृत्यु तक इसको विशेष तौर पर उपयोग में लाया जाता है।

खास तौर पर कुंडली का उपयोग विवाह शादियों में बहुत किया जाता है क्योंकि दो कुंडलीयों के मिलान के दौरान ही अच्छे जोड़ों का चुनाव किया जाता है, भारतीय संस्कृति मे माना जाता है की यदि दो जोड़ो की कुंडली नहीं मिलती है तो उसको अपसगुन माना जाता है और समझा जाता है ऐसा विवाह ज्यादा दिनों तक टिका नहीं रह सकता है। हालांकि विदेशी कल्चर में इसको बिलकुल भी महत्व नहीं दिया जाता है तभी वहा पर विवाह लम्बे समय तक नहीं चल पाते है।

आज के इस लेख में हम आपको बताएंगे कि नाम और डेट ऑफ बर्थ से कुंडली मिलान कैसे की जाती है? साथ ही यह भी बताएंगे की कुंडली बनाने में किन कारकों को देखा जाता है? इसलिए इस लेख को शुरू से लेकर अंत तक पूरा पढ़ें तभी जाकर आप पूरी जानकारी ले पाएंगे।

कुंडली मिलान क्या होता है?

वर्तमान समय मे ऐसी शिक्षा प्रणाली लागु हो चुकी है की शास्त्र को शिक्षा से ख़तम ही कर दिया गया है इस वजह से लोगो को कुंडली मिलान क्या होता है पता ही नहीं होता है।

कुंडली मिलान का अर्थ होता है दो कुंडलियों मे आपस मे विभेद करना, विभेद करने से हमारा मतलब है कि दोनों कुंडली में आपस में गुण दोष का पता लगाया जाता है।

अक्सर हमारे घर में बड़े भाई बहनो की शादी से पहले पंडित जी जिसके साथ उनकी शादी होने वाली है उनके साथ कुंडली का मिलान करते हैं, ऐसा इसलिए करते हैं क्योंकि वह कुंडलियों को देखकर यह पता लगा लेते हैं कि इन में क्या दोषपूर्ण है इनका वैवाहिक जीवन कैसा रहने वाला है।

हिंदू शास्त्र के अनुसार कुंडली में कुल गुणों की संख्या 36 मानी जाती है जब भी शादी की जाती है और कुंडली का मिलान किया जाता है तो उस समय जिसमें पार्टनर के साथ आपकी सगाई की जाती है उसकी अगर 18 गुण भी मिल जाते हैं उसको आपके लिए एक अच्छा पाटनर माना जाता है, यानी कि अगर किसी के साथ 50% गुण मिल जाते हैं तो वह आपके लिए अच्छा पाटनर हो सकता है।

नाम और डेट ऑफ बर्थ से कुंडली मिलान कैसे करते हैं?

नाम और डेट ऑफ बर्थ से कुंडली मिलान कैसे करते हैं? इस बात को हम आपको काफी अच्छे से step by step बताने वाले हैं। दोस्तों चलिए जान लेते हैं-

1) नाम से कुंडली मिलान कैसे होता है?

बिना किसी ज्योतिषी के कुंडली का मिलान करना काफी कठिन कार्य होता है, क्योंकि यह कार्य बहुत सी ज्योतिषीय विद्याओं के अनुमान के आधार पर किया जाता है। अगर आपके अनुमान में थोड़ी सी भी गलती हो गई तो जोड़ों का जीवन खराब हो सकता है।

अगर किन्हीं दो कुंडलियों का मिलान किया जाता है तो उसमें 8 कूट और 36 गुणों की अष्टकुटो की जांच की जाती है अगर सामने वाले के साथ आपके 50 परसेंट यानी 18 गुण भी मैच हो जाते हैं तो आपके लिए एक अच्छा पाटनर हो सकता है।

Step :1 सबसे पहले गूगल पर search करें ‘नाम से कुंडली’ मिलान उसके बाद आपके सामने बहुत सी वेबसाइट आएगी जो फ्री मे सॉफ्टवेयर के माध्यम से आपकी कुंडली मिलान नाम डालते ही कर देगी।

Step:2 आप जिस भी वेबसाइट के सॉफ्टवेयर पर जायेंगे वहा आपसे लड़के का नाम और लड़की का नाम पूछेगा आपको जिनका भी कुंडली मिलान करनी है उनका सही सही नाम डाल देना है और कुंडली मिलाय वाले ऑप्शन पर क्लिक कर देना है।

नाम से कुंडली मिलान के दौरान आपकी राशि के अनुसार आपके पाटनर की राशि का अनुमान लगाया जाता है यदि आप की राष्ट्रीय और आपके पार्टनर की राशि मेल खा रही है तो यह आपके लिए बहुत अच्छा है और अपना शादीशुदा जीवन काफी मनोरंजन पूर्ण व्यतीत करते हैं।

2) डेट ऑफ़ बर्थ से कुंडली मिलान कैसे होता है?

कुंडली का मिलान करते समय केवल गुणों के आधार पर ही उनका मूल्यांकन करना ठीक नहीं है इसके साथ साथ कूटा का भी विश्लेषण आवश्यक है जो डेट ऑफ़ बर्थ के आधार पर किया जाता है।

एक कुंडली मे 8 कूट होते है जिनमे से दो कुटो को काफ़ी महत्व माना जाता है इन दो महत्वपूर्ण कुटो के नाम नाड़ी कुटा और भकूट कुटा है।

हिन्दू पंडित लड़की और लड़के के कुंडली मिलान मे इन कुटो को ही ज्यादा महत्व देते है यदि लड़के-लड़कियों की कुंडली मिलान मे नाड़ी कूट का दोष पाया जाता है तो माना जाता है उनकी आयु, स्वास्थ्य सम्बंधित परेशानिया उनके जीवन मे आती रहेगी और यदि भकूट दोष है तो उनके जीवन मे आर्थिक स्थिति की समस्या का सामना करना पड़ेगा।

अगर आप घर बैठे ऑनलाइन कुंडली मिलान करना चाहते है तो आपको हम कुछ टिप्स बता रहे है जिनके माध्यम से आप आसानी से कुंडली मिलान कर सकते है

Step:1 सबसे पहले आप गूगल पर जाये और वहा search करें “कुंडली मिलान ऑनलाइन ”

Step:2 आपके सामने बहुत सारी वेबसाइट खुल जाएगी आपको सबसे पहली वेबसाइट पर क्लिक करना है आपके सामने उसका सॉफ्टवेयर खुलकर आ जायेगा।

Step:3 अब आपको उसमे लड़के का नाम, जन्म तिथि, जन्म का समय, जन्म का स्थान डाल देना है उसी प्रकार से लड़की का नाम, जन्म ka समय, जन्म का स्थान सही सही डाल देना है और कुंडली मिलान वाले ऑप्शन पर क्लिक कर देना है।

Step:4 आपके सामने लड़के और लड़की की कुंडली मिलान का विवरण खुल कर आ जायेगा और उसमे क्या क्या दोष है वो भी पता चल जायेगा आप चाहो तो इस पीडीऍफ़ को आप downlod भी कर सकते है।

कभी कभी क्या होता है की कुछ पंडित लोग कम जानकर होते है और हम उनसे कुंडली मिलान करवा लेते है वह लोग केवल गुणों को देख कर ही बोल देते है की कुण्डी मिलान कर रही है लेकिन वह यह नहीं देखते की उनकी कुंडली मे कोई दोष है या नहीं।

लड़के और लड़की की कुंडली मे मंगल दोष को काफ़ी हानिकारक दोष बताया गया है इस दोष का पता हम नाम से कुंडली मिलान करके नहीं लगा सकते है इसके लिए हमें लड़के लड़की की डेट ऑफ़ बर्थ भी पता होना आवश्यक है उसकी के आधार पर हम बता सकते है की मांगलिक दोष है या नहीं।

Conclusion

आशा करता हु की आपको मेरे द्वारा दी गई जानकारी अच्छे से समझ में आई होगी, इसमें हमने आपको कुंडली मिलान की सभी विधिओ के बारे में अच्छे से बताया है